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Bihar Rajaswa Maha Abhiyan 2025: जमीन से जुड़ी समस्याओं का समाधान अब आपके दरवाज़े पर – जानें पूरी जानकारी, आवेदन प्रक्रिया और लाभ

Bihar Rajaswa Maha Abhiyan 2025: जमीन से जुड़ी समस्याओं का समाधान अब आपके दरवाज़े पर – जानें पूरी जानकारी, आवेदन प्रक्रिया और लाभ

नमस्ते दोस्तों! बिहार में लाखों लोगों को अपनी जमीन से जुड़े दस्तावेजों की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे गलत जमाबंदी, खाता-खेसरा में त्रुटि, बंटवारा, या उत्तराधिकार नामांतरण। इन समस्याओं के समाधान के लिए बिहार सरकार ने एक क्रांतिकारी कदम उठाया है। Bihar Rajaswa Maha Abhiyan 2025 एक विशेष अभियान है, जिसके तहत 16 अगस्त 2025 से 20 सितंबर 2025 तक पूरे बिहार में जमीन से संबंधित समस्याओं का समाधान घर-घर जाकर और पंचायत स्तर पर शिविरों के माध्यम से किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य 4.5 करोड़ जमाबंदियों को सही करना, डिजिटल करना, और पारदर्शिता लाना है।

इस आर्टिकल में हम आपको Bihar Rajaswa Maha Abhiyan 2025 की संपूर्ण जानकारी सरल भाषा में और विस्तार से देंगे। हम योजना के लाभ, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज, शिविरों का विवरण, और अन्य सभी जरूरी जानकारी को कवर करेंगे।

Bihar Rajaswa Maha Abhiyan 2025 क्या है?

Bihar Rajaswa Maha Abhiyan 2025 बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा शुरू किया गया एक राज्यव्यापी अभियान है, जिसका मुख्य उद्देश्य बिहार के सभी 45,000 राजस्व गांवों में जमीन से जुड़े दस्तावेजों की त्रुटियों को सुधारना और आम लोगों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने से बचाना है। इस अभियान को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी के नेतृत्व में शुरू किया गया है।

अभियान की अवधि 16 अगस्त 2025 से 20 सितंबर 2025 तक है, जिसमें दो मुख्य चरण शामिल हैं:

  1. घर-घर वितरण (16 अगस्त – 15 सितंबर 2025): राजस्व विभाग की टीमें हर घर जाकर डिजिटल जमाबंदी की प्रति वितरित करेंगी और त्रुटि सुधार के लिए आवेदन पत्र प्रदान करेंगी।
  2. शिविरों का आयोजन (19 अगस्त – 20 सितंबर 2025): प्रत्येक पंचायत और हल्का क्षेत्र में विशेष शिविर लगाए जाएंगे, जहां दाखिल-खारिज, बंटवारा, और उत्तराधिकार नामांतरण जैसे कार्य किए जाएंगे।

इस अभियान का लक्ष्य है:

  • पारदर्शिता: जमीन के दस्तावेजों में सटीकता और डिजिटल रिकॉर्ड्स को बढ़ावा देना।
  • सुलभता: लोगों को उनके घर पर ही सेवाएं प्रदान करना।
  • समयबद्धता: त्रुटि सुधार और नामांतरण जैसे कार्यों को 35 दिनों के भीतर पूरा करना।
  • जनसहभागिता: पंचायत प्रतिनिधियों, अमीनों, और अन्य अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना।

Bihar Rajaswa Maha Abhiyan 2025 के लाभ और विशेषताएं

इस अभियान के कई लाभ हैं, जो बिहार के लाखों रैयतों (जमीन मालिकों) के लिए राहत लेकर आएंगे:

  1. घर-घर सेवा:
    • राजस्व विभाग की टीमें 4.5 करोड़ डिजिटल जमाबंदी की प्रतियां घर-घर बांटेंगी।
    • त्रुटि सुधार के लिए आवेदन पत्र भी घर पर उपलब्ध कराए जाएंगे।
  2. पंचायत स्तर पर शिविर:
    • प्रत्येक हल्का क्षेत्र में कम से कम 7 दिनों के अंतराल पर दो शिविर आयोजित होंगे।
    • शिविरों में 10 टेबल, लैपटॉप, इंटरनेट डोंगल, और 10 प्रशिक्षित सर्वे अमीन होंगे।
  3. डिजिटल जमाबंदी:
    • ऑफलाइन या छूटी हुई जमाबंदियों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाया जाएगा।
    • खाता, खेसरा, रकबा, चौह上市, और रैयत के नाम में त्रुटियों का सुधार।
  4. उत्तराधिकार और बंटवारा:
    • रैयत की मृत्यु के बाद उत्तराधिकारियों के नाम पर जमाबंदी।
    • संयुक्त जमाबंदी के मौखिक बंटवारे को आधिकारिक रूप से दर्ज करना।
  5. पारदर्शी और त्वरित प्रक्रिया:
    • सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं।
    • ऑनलाइन पोर्टल biharbhumiplus.bihar.gov.in के माध्यम से आवेदन और स्थिति की जांच।
  6. पुरस्कार और प्रोत्साहन:
    • बेहतर प्रदर्शन करने वाली पंचायतों और जिलों को जिला और राज्य स्तर पर पुरस्कृत किया जाएगा।
    • सभी सहभागी जनप्रतिनिधियों को सहभागिता प्रमाण पत्र।
  7. विशेष समस्याओं का समाधान:
    • गलत खाता-खेसरा, मौजा, या रकबा।
    • साइबर कैफे या अंचल कर्मचारियों की गलती से हुई त्रुटियां।
    • पुरानी जमाबंदी को ऑनलाइन करने के लिए शपथ पत्र।

Bihar Rajaswa Maha Abhiyan 2025 के लिए पात्रता (Eligibility Criteria)

इस अभियान का लाभ लेने के लिए निम्नलिखित पात्रता मानदंड हैं:

  1. निवास:
    • आवेदक बिहार का स्थायी निवासी होना चाहिए।
    • जमीन बिहार के किसी भी जिले, प्रखंड, या पंचायत में होनी चाहिए।
  2. जमीन से संबंधित समस्या:
    • डिजिटल जमाबंदी में त्रुटि (नाम, खाता, खेसरा, रकबा, चौहaddi)।
    • ऑफलाइन जमाबंदी को डिजिटल करना।
    • उत्तराधिकार नामांतरण (रैयत की मृत्यु के बाद)।
    • बंटवारा नामांतरण (संयुक्त जमीन का हिस्सा)।
  3. दस्तावेजों की उपलब्धता:
    • जमीन से संबंधित मूल दस्तावेज, जैसे पुरानी जमाबंदी, रसीद, या खाता-खेसरा।
    • उत्तराधिकार के लिए वंशावली या मृत्यु प्रमाणपत्र।
  4. आवेदन:
    • अभियान के दौरान शिविरों में या ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
    • कोई विशिष्ट आयु सीमा नहीं, लेकिन आवेदक रैयत या उसका अधिकृत उत्तराधिकारी होना चाहिए।

नोट: सभी बिहारवासी जिनके पास जमीन से संबंधित कोई भी समस्या है, इस अभियान का लाभ उठा सकते हैं।

Bihar Rajaswa Maha Abhiyan 2025 के लिए आवश्यक दस्तावेज

आवेदन के लिए निम्नलिखित दस्तावेज तैयार रखें:

  1. पहचान पत्र:
    • आधार कार्ड (अनिवार्य)
    • वोटर आईडी, पैन कार्ड, या अन्य सरकारी आईडी (वैकल्पिक)
  2. निवास प्रमाण:
    • राशन कार्ड, बिजली बिल, या अन्य निवास प्रमाण
  3. जमीन से संबंधित दस्तावेज:
    • पुरानी जमाबंदी की प्रति
    • खाता-खेसरा विवरण
    • लगान रसीद
    • बिक्री पत्र, वसीयत, या अन्य स्वामित्व दस्तावेज
  4. उत्तराधिकार के लिए:
    • मृत्यु प्रमाणपत्र
    • वंशावली प्रमाणपत्र
    • उत्तराधिकारियों का आधार कार्ड
  5. बंटवारा के लिए:
    • संयुक्त जमाबंदी की प्रति
    • बंटवारा समझौता (यदि हो)
    • सभी अंशधारकों का आधार कार्ड
  6. अन्य:
    • शपथ पत्र (छूटी हुई जमाबंदी को ऑनलाइन करने के लिए)
    • त्रुटि सुधार के लिए साक्ष्य (जैसे पुराने दस्तावेज या तस्वीरें)
    • मोबाइल नंबर (OTP सत्यापन के लिए)

टिप: सभी दस्तावेज स्व-प्रमाणित होने चाहिए। स्कैन कॉपी (PDF/JPEG, 100-500 KB) ऑनलाइन आवेदन के लिए तैयार रखें।

Bihar Rajaswa Maha Abhiyan 2025 की आवेदन प्रक्रिया

इस अभियान में आवेदन दो तरह से किया जा सकता है: ऑफलाइन (शिविरों के माध्यम से) और ऑनलाइन (पोर्टल के माध्यम से)। नीचे दोनों प्रक्रियाओं का विवरण है:

ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया (शिविरों के माध्यम से)

  1. घर-घर वितरण (16 अगस्त – 15 सितंबर 2025):
    • राजस्व विभाग की टीमें आपके घर आएंगी और डिजिटल जमाबंदी की प्रति देंगी।
    • त्रुटि सुधार, उत्तराधिकार, या बंटवारा के लिए आवेदन पत्र प्रदान करेंगी।
    • आप त्रुटियों को चिह्नित कर आवेदन पत्र भर सकते हैं।
  2. शिविरों में आवेदन (19 अगस्त – 20 सितंबर 2025):
    • अपने पंचायत या हल्का क्षेत्र में लगने वाले शिविरों की तारीखें जांचें।
    • शिविर में आवश्यक दस्तावेज और भरा हुआ आवेदन पत्र जमा करें।
    • शिविर में मौजूद अमीन और अधिकारी तुरंत सत्यापन करेंगे।
    • आवेदन की रसीद लें।
  3. सत्यापन और समाधान:
    • आवेदन का सत्यापन राजस्व अधिकारियों द्वारा किया जाएगा।
    • त्रुटि सुधार, डिजिटल जमाबंदी, या नामांतरण का कार्य समयबद्ध तरीके से पूरा होगा।
    • स्थिति की जानकारी SMS या ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध होगी।

ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया

  1. आधिकारिक पोर्टल पर जाएं:
    • biharbhumiplus.bihar.gov.in/mah या biharbhumi.bihar.gov.in पर जाएं।
  2. रजिस्ट्रेशन:
    • मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी के साथ रजिस्टर करें।
    • OTP सत्यापन पूरा करें।
  3. आवेदन पत्र चुनें:
    • उपलब्ध फॉर्म्स में से उपयुक्त फॉर्म डाउनलोड करें (जैसे परिमार्जन, उत्तराधिकार, बंटवारा)।
  4. विवरण भरें:
    • व्यक्तिगत जानकारी: नाम, पता, मोबाइल नंबर
    • जमीन का विवरण: खाता, खेसरा, मौजा, रकबा
    • समस्या का प्रकार: त्रुटि सुधार, नामांतरण, या डिजिटलकरण
  5. दस्तावेज अपलोड करें:
    • आधार, जमाबंदी, शपथ पत्र आदि को PDF/JPEG में अपलोड करें।
    • फाइल साइज 100-500 KB होनी चाहिए।
  6. आवेदन सबमिट करें:
    • फॉर्म की समीक्षा करें और सबमिट करें।
    • आवेदन संख्या नोट करें।
  7. स्थिति जांच:
    • पोर्टल पर “आवेदन स्थिति देखें” विकल्प से प्रगति ट्रैक करें।
    • SMS के माध्यम से भी अपडेट प्राप्त होंगे।

महत्वपूर्ण तारीखें:

  • अभियान शुरू: 16 अगस्त 2025
  • घर-घर वितरण: 16 अगस्त – 15 सितंबर 2025
  • शिविर आयोजन: 19 अगस्त – 20 सितंबर 2025
  • आवेदन की अंतिम तिथि: 20 सितंबर 2025 (संभावित)

टिप: शिविरों की तारीखें अपने पंचायत कार्यालय, अंचल कार्यालय, या biharbhumi.bihar.gov.in पर जांचें। समय पर आवेदन करें।

Bihar Rajaswa Maha Abhiyan 2025 के प्रमुख कार्य

इस अभियान के तहत निम्नलिखित कार्य किए जाएंगे:

  1. डिजिटल जमाबंदी में त्रुटि सुधार (परिमार्जन प्लस):
    • गलत नाम, खाता, खेसरा, रकबा, या चौहaddi का सुधार।
    • साइबर कैफे या अंचल कर्मचारियों की टाइपिंग गलतियों का सुधार।
  2. ऑफलाइन जमाबंदी का डिजिटलकरण:
    • पुरानी या छूटी हुई जमाबंदी को ऑनलाइन करने के लिए शपथ पत्र।
  3. उत्तराधिकार नामांतरण:
    • रैयत की मृत्यु के बाद उत्तराधिकारियों के नाम पर जमाबंदी।
  4. बंटवारा नामांतरण:
    • संयुक्त जमीन का हिस्सा अंशधारकों के नाम पर दर्ज करना।
    • मौखिक बंटवारे को आधिकारिक दस्तावेज में बदलना।
  5. सीमांकन:
    • जमीन की चौहaddi निर्धारित करना।
    • विवादित जमीन का समाधान।
  6. लगान रसीद:
    • ऑनलाइन लगान जमा करने की सुविधा।
    • पुरानी रसीदों का डिजिटलकरण।

Bihar Rajaswa Maha Abhiyan 2025 की तैयारी टिप्स

  1. दस्तावेज तैयार रखें:
    • सभी जमीन से संबंधित कागजात (जमाबंदी, रसीद, खाता-खेसरा) एकत्र करें।
    • उत्तराधिकार या बंटवारे के लिए वंशावली और आधार कार्ड तैयार करें।
  2. शिविरों की जानकारी:
    • अपने पंचायत या अंचल कार्यालय से शिविर की तारीख और स्थान की जानकारी लें।
    • स्थानीय मुखिया या वार्ड सदस्य से संपर्क करें।
  3. ऑनलाइन पोर्टल का उपयोग:
    • biharbhumiplus.bihar.gov.in पर रजिस्टर करें और फॉर्म डाउनलोड करें।
    • आवेदन स्थिति नियमित रूप से जांचें।
  4. त्रुटियों का दस्तावेजीकरण:
    • जमाबंदी में गलतियों को चिह्नित करें (जैसे गलत नाम, खेसरा, या रकबा)।
    • पुराने दस्तावेजों की कॉपी रखें।
  5. स्थानीय अधिकारियों से संपर्क:
    • अमीन, पटवारी, या सर्किल ऑफिसर (CO) से नियमित संपर्क बनाए रखें।
    • शिविर में समय पर पहुंचें।

महत्वपूर्ण संपर्क जानकारी और संसाधन

  • आधिकारिक वेबसाइट:
  • हेल्पलाइन:
    • राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग: 1800-345-6262
    • स्थानीय अंचल कार्यालय या DM कार्यालय से संपर्क करें
  • सोशल मीडिया:
    • X पर @BiharRevenue और @IPRDBihar को फॉलो करें।
  • अधिसूचना और फॉर्म डाउनलोड:
  • ईमेल: revenueandland@bihar.gov.in (संभावित)

निष्कर्ष

Bihar Rajaswa Maha Abhiyan 2025 बिहार के लाखों रैयतों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो जमीन से जुड़ी समस्याओं जैसे गलत जमाबंदी, उत्तराधिकार, या बंटवारा को हल करने में मदद करेगा। यह अभियान 16 अगस्त से 20 सितंबर 2025 तक चलेगा, जिसमें घर-घर जाकर और शिविरों के माध्यम से सेवाएं प्रदान की जाएंगी। समय पर आवेदन करें, अपने दस्तावेज तैयार रखें, और इस अभियान का लाभ उठाएं।

अगर आपके कोई सवाल हैं, तो कमेंट करें। इस आर्टिकल को अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस अभियान का लाभ उठा सकें। Bihar Rajaswa Maha Abhiyan 2025 के लिए शुभकामनाएं!

 

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